उज्जैन:आत्महत्या कर चुके निगम ठेकेदार के वार्ड 25 में किये कामों की जांच प्रारंभ

निगम कर्मचारियों ने नालियों व चैंबरों पर लगी जालियां उखाड़ीं, तौल कराने के बाद फिर लगाएंगे

उज्जैन।नगर निगम इंजीनियरों द्वारा प्रताडि़त किये जाने के बाद आत्महत्या कर चुके निगम ठेकेदार द्वारा वार्ड क्र. 25 में किये गये निर्माण कार्यों की जांच झोनल अधिकारियों द्वारा शुरू कराई गई है जिसके अंतर्गत सुबह नगर निगम कर्मचारियों ने वार्ड की नालियों व चेम्बरों पर लगी लोहे की जालियों को उखाड़ा और तौल करवाने ले गये।

यह था मामला
ठेकेदार शुभम खंडेलवाल ने वार्ड क्रमांक 25 की पार्षद की अनुशंसा पर सड़क, नाली आदि के नगर निगम के लाखों के काम करवाये थे। इन्हीं निर्माण कार्यों के बिल भुगतान में नगर निगम इंजीनियरों द्वारा आनाकानी की जा रही थी। जिससे प्रताडि़त होकर शुभम ने सुसाइड नोट लिखकर नगर निगम उपयंत्री नरेश जैन व खुजनेरी को दोषी बताते हुए आत्महत्या कर ली थी। हालांकि चिंतामण थाना पुलिस ने प्रथम दृष्टया माले को एक्सीडेंट का माना क्योंकि शुभम खंडेलवाल की कार आयशर ट्रक से टकराई और गंभीर चोंट लगने के कारण उसकी मृत्यु हुई थी, लेकिन सुसाइड नोट में आत्महत्या का उल्लेख था। इस कारण पुलिस ने निगम इंजीनियरों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की थी।

पहली बार हो रही ऐसी जांच
सामान्य तौर पर नगर निगम के इंजीनियर किसी भी निर्माण कार्य की इतनी बारिकी से जांच नहीं करते न तो आज तक किसी सड़क को खोदकर सीमेंट कांक्रीट की जांच हुई और न ही नालियों की जाली को उखाड़ा गया। संभवत: यह पहला ही अवसर है जब ठेकेदार शुभम खंडेलवाल द्वारा आत्महत्या के पहले किये गये कामों की बारिकी से जांच करते हुए वार्ड 25 में उसके द्वारा नालियों व चैम्बरों पर लगवाई गई लोहे की जालियों को उखाड़कर उनका वजन किया जा रहा है।

उपयंत्री स्वयं पहुंचे निर्देश देने
नालियों पर लगी लोहे की जालियां उखाड़ रहे कर्मचारियों ने बताया कि उपयंत्री राजेन्द्र रावत ने मौके पर पहुंचकर निर्देश दिये हैं कि कौन कौन सी जालियां उखाड़कर तौल करवाने ले जाना है और बाद में यहीं लाकर लगाना भी हैं। शुभम खंडेलवाल द्वारा प्रस्तुत किये गये बिल भुगतान में इन जालियों के वजन का उल्लेख है यदि बिल में उल्लेखित वजन और लगी हुई जालियों में अंतर आता है तो कार्रवाई भी की जायेगी। ठेकेदार के बिल भुगतान की फाईल की जांच निगम इंजीनियर पीसी यादव, डीएस परिहार और अरुण जैन कर रहे हैं।

 

इंजीनियर अब भी है फरार…
चिंतामण थाना पुलिस ने शुभम खंडेलवाल के सुसाइड नोट के आधार पर नगर निगम इंजीनियर नरेश जैन और खुजनेरी के सहित एक अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की गई लेकिन अब तक एक भी आरोपी पुलिस गिरफ्त में नहीं आया है। पुलिस द्वारा तीनों को फरार बताया जा रहा है।

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